Priyanka Verma

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लेखनी प्रतियोगिता - स्त्री हूं मैं

                      स्त्री हूं मैं..


स्त्री हूं मैं, 

मांग में सिर्फ सिंदूर नही सजाती,
सजाती हूं अपने पिया का प्रेम,

सिर्फ बिंदिया ही नही लगती माथे पर अपने,
बढ़ाती हूं मान सम्मान अपने परिवार का,

जब खनकती है हाथों में मेरे चूड़ियां,
बिखर जाती है खुशियां घर के आंगन में,

पैरों में छन छन करती पायल,
बताती है मेरी मुस्कुराहट का राज़,

जब जब सजाती हूं, गजरा बालों में अपने,
महक जाता है, मेरे घर का कोना कोना,

ये जो श्रृंगार करती हूं मैं,
ये जीता जागता उदाहरण है,
मेरे हंसते खिलखिलाते परिवार का,
स्त्री हूं मैं,
हूं मजबूत आधार, मेरे छोटे से संसार का।।


प्रियंका वर्मा
1/10/22

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9 Comments

Punam verma

11-Oct-2022 08:01 PM

Nice

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Sachin dev

02-Oct-2022 10:11 PM

Cover photo ka use kre

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